Thursday, May 31, 2012

बंद में भी सरकारी मंत्रालयों +कार्यालयों में काम हुआ चमत्कारिक ढंग में काम हुआ

विपक्षी दलों ने  पेट्रोल के दामो में व्रद्धी के विरोध  में आज भारत बंद कराया अब ये कितना सफल रहा ये तो  सरकार और विपक्षी  दावे आने 'पर ही पता चलेगा मगर एक बात तय है की महंगाई की लड़ाई अब नेताओं के हाथ से निकलती जा रही है तभी इस आन्दोलन में कई प्रदेशों की जनता  के सड़कों पर आने के समाचार मिल रहे है |   जौनपुर में रेल दुर्घटना हो गई इसके पीछे भी साज़िश ही   देखी  जा रही है |
    बेशक  आज भारत बंद कराया गया और पुतले फूंके गए वाहन तौड़े गए  ट्रेफिक को जाम किया गया मगर इसका असर  सरकार पर जरूर पडा है तभी बंद में भी सरकारी  मंत्रालयों +कार्यालयों  में काम हुआ   
चमत्कारिक ढंग में काम हुआ |
[१]अम्बिका सोनी और कपिल सिब्बल ने  दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेंस करके मोबाईल काल्स पर से रोअमिंग  चार्जेस हटा लिए |अब देश में कहीं  भी काल करने पर लोकल चार्जे    देय नहीं  होंगे|
[२]पेट्रोलियम कम्पनिओं ने मीटिंग मुम्बई में की और पेट्रोल की कीमतों में कमी करने पर विचार विमर्श किया अन्य बातों के सामान्य रहने पर कल सुबह  तक  पेट्रोल के दामो  में कमी  की घोषणा हो सकती है 
[३]सरकारी खर्चों में कटौती की घोषणा कर दी गई है [अ]५ सितारा होटलों में  सरकारी मीटिंग्स नहीं होंगी [ब ]विदेशी यात्राओं में बचत[स ]सरकारी नए  पद सर्जित नहीं होंगें [द]नई भर्ती नहीं होगी [विपक्षी दलों ने  पेट्रोल के दामो में व्रद्धी के विरोध  में आज भारत बंद कराया अब ये कितना सफल रहा ये तो  सरकार और विपक्षी  दावे आने 'पर ही पता चलेगा मगर एक बात तय है की महंगाई की लड़ाई अब नेताओं के हाथ से निकलती जा रही है तभी इस आन्दोलन में कई प्रदेशों की जनता  के सड़कों पर आने के समाचार मिल रहे है |   जौनपुर में रेल दुर्घटना हो गई इसके पीछे भी साज़िश ही   देखी  जा रही है |
    बेशक  आज भारत बंद कराया गया और पुतले फूंके गए वाहन तौड़े गए  ट्रेफिक को जाम किया गया मगर इसका असर  सरकार पर जरूर पडा है तभी बंद में भी सरकारी  मंत्रालयों +कार्यालयों  में काम हुआ   
चमत्कारिक ढंग में काम हुआ |
[१]अम्बिका सोनी और कपिल सिब्बल ने  दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेंस करके मोबाईल काल्स पर से रोअमिंग  चार्जेस हटा लिए |अब देश में कहीं  भी काल करने पर लोकल चार्जे    देय नहीं  होंगे|
[२]पेट्रोलियम कम्पनिओं ने मीटिंग मुम्बई में की और पेट्रोल की कीमतों में कमी करने पर विचार विमर्श किया अन्य बातों के सामान्य रहने पर कल सुबह  तक  पेट्रोल के दामो  में कमी  की घोषणा हो सकती है 
[३]सरकारी खर्चों में कटौती की घोषणा कर दी गई है [अ]५ सितारा होटलों में  सरकारी मीटिंग्स नहीं होंगी [ब ]विदेशी यात्राओं में बचत[स ]सरकारी नए  पद सर्जित नहीं होंगें [द]नई भर्ती नहीं होगी
[४] केन्द्रीय  सतर्कता आयोग  [सी वी सी]ने कोयला  घोटाले की जांच  सी बी आई  को सौंप दी है
 [५ ] नए  वाहनों  की खरीद पर  फिलहाल  रोक
विपक्ष के भारत बंद के जवाब में सरकार का यह खुलापन सराहनीय है क्योंकि कहा भी गया की सारी जाती देख के आधी लीजे बाँट  लेकिन अगर गौर से देखा जाये तो विकास दर के ६% तक आजाने से ये कटौती ऊंट के मुह में जीरा ही लग रही हैं क्योंकि मितव्यतता तो सरकारी दफतरों में रोजाना का शगुल रहता  है सरकारी विभागों को जितनी ग्रांट दी जाती है उनका इस्तेमाल केवल ग्रांट को खत्म  करने में ही होता है तभी तो अक्सर अधिकाँश  विभागों में विशेष कर सेना से जुड़े विभागों में  वितीय  वर्ष के अंतिम माह  में ही खर्चा पूरा किया जाता है |
मेरठ में स्थित केंद्र सरकार के सेना से ही जुड़े विभागों में तो मार्च में खर्चा बुक कर दिया गया मगर उस मद में काम अभी तक चल रहा है 
इसीलिए सोणे ते मंमोहने  पी एम् जी आप जो कर रहे हो वह ठीक है मगर जो ये झल्ला कह रहा है वोह भी  ठीक ही है इसीलिए  मुद्दे    पर भी विचार  वक्त  की मांग  है [जमोस  सबलोक]

  विपक्ष के भारत बंद के जवाब में सरकार का यह खुलापन सराहनीय है क्योंकि कहा भी गया की सारी जाती देख के आधी लीजे बाँट  लेकिन अगर गौर से देखा जाये तो विकास दर के ६% तक आजाने से ये कटौती ऊंट के मुह में जीरा ही लग रही हैं क्योंकि मितव्यतता तो सरकारी दफतरों में रोजाना का शगुल रहता  है सरकारी विभागों को जितनी ग्रांट दी जाती है उनका इस्तेमाल केवल ग्रांट को खत्म  करने में ही होता है तभी तो अक्सर अधिकाँश  विभागों में विशेष कर सेना से जुड़े विभागों में  वितीय  वर्ष के अंतिम माह  में ही खर्चा पूरा किया जाता है |
मेरठ में स्थित केंद्र सरकार के सेना से ही जुड़े विभागों में तो मार्च में खर्चा बुक कर दिया गया मगर उस मद में काम अभी तक चल रहा है
इसीलिए सोणे ते मंमोहने  पी एम् जी आप जो कर रहे हो वह ठीक है मगर जो ये झल्ला कह रहा है वोह भी  ठीक ही है इसीलिए  मुद्दे    पर भी विचार  वक्त  की मांग   [जमोस  सबलोक]

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