Wednesday, May 16, 2012

एयर इंडिया+ इंडियन एयर लाईन्स के पायलटों की हड़ताल 9वें दिन भी जारी रही




टी वी फोटोस 
एयर इंडिया+ इंडियन  एयर लाईन्स के पायलटों की हड़ताल 9वें दिन भी जारी रही ।सरकार और पायलटों की गिल्ड  झुकाने को तैयार नहीं है सो यात्रिओं   की परेशानियां कम  होने का नाम नहीं ले रही है ।कम्पनी का घाटा बढता जा रहा है अन्तराष्ट्रीय बाज़ार में  बेहिसाब  बदनामी हो रही है ।
सरकार  को कोई नोटिस दिए बगैर हड़ताल को सरकार और हाई कोर्ट दोनों ने गैर कानूनी घोषित कर रखा है मगर कुछ   राजनीतिकों के सपोर्ट  पर पायलट अभी भी अपने आप को बीमार  किये हुए हैं। सीजन में यह नकारात्मक रुख  और उस पर अड़ियल रुख  पर सवालिया निशाँ लगाने स्वाभाविक ही हैं।
    हड़ताल के  दूसरे हफ्ते में संसद ने भी हड़ताल से उत्पन्न समस्यायों के प्रति संवेदना दिखाते हुए इसपर चर्चा की केन्द्रीय नागरिक  उड्डयन मंत्री   चौधरी अजित  सिंह ने समस्या पर अपना ब्यान पडा । बेशक यह समस्या उनके समय की नहीं है मगर अब सुलझानी तो उन्हें ही है शायद इसीलिए  दिनों  दिन उलझती जा रही समस्या पर बोलते हुए तनाव में दिखे भाषण पड़ते समय कई बार पानी पीने और बार बार उनका मुह दाईं और चलता रहा इससे उनकी मनोस्थिति को समझा जा सकता है।एक समय  तो   ऐसा  आया जब भाषण के दौरान एक  पर्ची के माध्यम से उनकी बहन श्रीमती वेदवती के निधन की सूचना भी दी गई इस सब के बावजूद  भाषण किऔप्चारिकता पूरी कर पाय ।
    केन्द्रीय मंत्री ने मीडिया पर आये दिन आ रही खबरों की काट करने के लिए एक टीवी चेनल पर साक्षात्कार भी     दे डाला  उन्होंने हवाई यात्राओं के लिए सरकारी विमानों के ओचित्य पर ही सवाल खड़े कर  दिए।दुर्भाग्य या किसी रणनीति के तहत संसद में उनके भाषण के साथ ही चेनल पर पुनः प्रसारण भी कर  दिया गया ।स्थिति हास्यास्पद तो लगनी ही थी क्योंकि दोनों तरफ चौधरी अजित  सिंह ही दिखाई दे रहे थे।अब संसद की कार्यवाही के चलते नीतिगत फैसले की घोषणा टीवी पर करने पर ऐतराज [स्वाभाविक] किया गया।  
   इसके अलावा भाषण के बाद दूसरे दिन सदस्यों ने लगता  था की पूरा चक्र व्यूह रचा हुआ था । बार बार कंपनी के घाटे +नीतिओं+भ्रष्टाचार+के साथ  साथ पायलटों की हड़ताल से हो रही पेसेंजर्स की परेशानिओं पर भी सवाल उठाये गए। 
  हिंदी भाषी  चौधरी ने अंग्रेज़ी में अपने मंत्रालय  का   रुख  स्पष्ट  किया।और सबके सवालों के तीरों को बेअसर करते गए ।यहाँ तक की फ़िल्मी बिहारी बाबू शत्रुघन  सिन्हा की पटना में आधुनिक एयर पोर्ट की मांग को भी दर किनार कर  दिया उन्होंने वहां भूमि  दिलाने की बात कह कर  फिलहाल पल्ला झाड  लिया । बिहारी सदस्यों के चहेते बने हुए बेचारे   शोट   गन  सिन्हा   बिहारी बाबू  सर  सर पकड़ कर ही रह गए 
   अब आते है हड़ताल की तरफ तो सभसदस्यों ने   पेसेंजर्स  की परेशानिओं को आधार  बनाया और   हड़ताली पायलटों से बेशर्त   बात करके समस्या को सुलझाने की मांग कर डाली \
   अब सरकार की नाक काभी सवाल आ गया  तब वरिष्ठ लेफटिस्ट नेता की  मध्यस्थता में बात करने पर रजा  मंदी  हुई लेकिन बीते दिन तक कोई बात नहीं हो पाई हड़ताल जारी है।9वे दिन तीन पायलटो के काम पर लौटने की खबर आई है मगर   गिल्ड  इसे हड़ताल  तोड़ने की साज़िश बता  रही है   याने सारी  बातें स रमाथे  मगर हड़ताल का पतनाला वहीं का वहीं  है 

2 comments:

sm said...

nice post best solution is govt should sell the air India

jamos jhalla said...

Thanks S M For Such A Encouraging Comment