अमेरिकी कंपनी ने भारत के बाज़ार के लिए भारतीय मसालों के साथ एक बीयर बनाई उसका नाम रख दिया काली माँ ।बेशक भारत में बीयर के ग्राहक ज्यादा है मगर काली माँ के भक्तों की भी कमी नहीं है ऐसे में अगर संसद सत्र चालू हो तो हंगामा लाज़मी है।इसे धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ का आरोप लगाते हुए भाजपा के वकील नेता रवि शंकर प्रसाद ने बवाल कर दिया अब चूंकि यह ना तो किसी दलित नेता का कार्टून था और ना ही अल्पसंख्यकों का ही मामला था शायद इसीलिए अपनी परम्परा के अनुसार कांग्रेसी नेता राजीव शुक्ला ने झट यह कह कर पल्ला झाड लिया की भाजपा के शासन काल में भी चप्पल जूतों पर हिन्दू देवी देवताओं के चित्र छपे थे तब शिव शंकर ने विदेशी सरकार से कोई विरोध नहीं जताया था इसीलिए मामला बराबर हो गया \लेकिन कंपनी ने भारतीय भावनाओं की कद्र करते हुए बीयर का नाम बदलने की घोषणा के साथ ही कुशल व्यवसाई की भान्त माफी भी मांग ली है\
पोर्टलैंड की कंपनी बर्न साइड ब्रेवरी कंपनी के वक्तव्य अनुसार इंडियाना जोहन्स नामक बच्चों की फिल्म से इंस्पायर होकर माँ काली के नाम का चयन किया था या हो सकता है की भारत में देवी देवताओं को शराब अर्पित किये जाने की भी कुछ छेत्रों में परम्परा है ।शायद इसी मानसिकता को भुनाने के लिए बोतल पर चार हाथो वाली देवी का चित्र छापा गया होगा ।
भाजपाई बात तो समझ में आती है की उनकी पार्टी का जनाधार ही हिन्दू मानसिकता है मगर राजीव शुक्ला किस तुफैल में बिफर पड़े यह समझना भी जरूरी है \
सुन रखा है की ग्लैमर का नशा सबसे ज्यादा और जल्दी सर चढ़ कर बोलता है और राजीव जी ग्लैमर क्वीन रेखा को अपने साथ ही संसद में लाये थे सो उनका हाई स्पिरिट में होना स्वाभाविक ही हैवैसे अगर इसमें से रेखा गणेशन को दरकिनार भी करदें तो राजीव जिस क्रिकेट से जुड़े हैं उस पर उसी दिन फ्हिक्सिंग के आरोप लगे है अब इसमें इनकी संलिप्तता पर चर्चा नहीं करना चाहता मगर इससे विचलित होना स्वाभाविक ही है चाहे कुछ भी हो कम्पनी ने कुशल व्यापारी का दाइत्व निभाया है
भाजपाई बात तो समझ में आती है की उनकी पार्टी का जनाधार ही हिन्दू मानसिकता है मगर राजीव शुक्ला किस तुफैल में बिफर पड़े यह समझना भी जरूरी है \
सुन रखा है की ग्लैमर का नशा सबसे ज्यादा और जल्दी सर चढ़ कर बोलता है और राजीव जी ग्लैमर क्वीन रेखा को अपने साथ ही संसद में लाये थे सो उनका हाई स्पिरिट में होना स्वाभाविक ही हैवैसे अगर इसमें से रेखा गणेशन को दरकिनार भी करदें तो राजीव जिस क्रिकेट से जुड़े हैं उस पर उसी दिन फ्हिक्सिंग के आरोप लगे है अब इसमें इनकी संलिप्तता पर चर्चा नहीं करना चाहता मगर इससे विचलित होना स्वाभाविक ही है चाहे कुछ भी हो कम्पनी ने कुशल व्यापारी का दाइत्व निभाया है
संसद में मंगलवार को इस मुद्दे को उठाये जाने के तुरंत बाद कंपनी का यह सुधारक कदम की सूचना फेस बुक पर भी दे दी गई थी ।मंगल वार को ही लांच किया जाना था जिसे अब पोस्ट पोंड कर दिया गया है। इसका क्रेडिट कोई भी क्लेम करे मगर इस नए प्रोडक्ट को पब्लिसिटी भी मिल गई है इस बीयर में इम्पीरियल गेंहू के साथ भारतीय मसालों का जायका भी बताया गया है मगर जायका प्रेमिओं को इस जायके तक ले जाने में यह विवाद जरूर मददगार होगा
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