अलग अलग मार्गों पर चलते हुए वर्तमान सरकार के लिए परेशानियां पैदा करने वाले भगवा धारी बाबा रामदेव और सफ़ेद खद्दर वाले अन्ना बाबू राव हजारे ने एक मंच से प्रेस कांफ्रेंस करके सरकार के काले कारनामो के विरुद्ध संयुक्त मोर्चा खोल दिया है ।पहले बाबाओं से परहेज़ करने वाले अन्ना |पहली मई से शिरडी वाले साईं बाबा के द्वारे से अपनी जनजागरण यात्रा प्रारम्भ करेंगे जबकी बाबा रामदेव छत्तीस गढ़ से शंख फूकेंगे।
प्रेस कांफ्रेंस में इस नए मोर्चे की बोडी लेंगुअज के अनुसार बाबा विदेशी बैंको में भारत का धन और अन्ना भ्रष्टाचार और जन लोक पाल पर जोर देते रहे मगर साथसाथ एक दूसरे की बातों पर मुस्कुराने का क्रम भी जारी रखा।बीच बीच में अन्ना को दीर्घ आयु के लिए योग करने का उपदेश देने से बाबा नहीं चुके ।
इस नए गठबंधन को हलके में न लेते हुए केंद्र सरकार के मीडिया योद्धाओं ने चेनलों पर मौर्चा संभाल लिया।
आरोप लगाए गएँ हैं की रोड मेप की अनुपस्थिति में यह आन्दोलन दिग्भ्रमित है।किसी एक पोलिटिकल पार्टी को फायदा पहुंचाने के लिए केवल यूं पी ऐ की सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहाहै ।
अब कोई इन भले मानसों से पूछे की महात्मा गांधी ने भी किसी रोड मेप की परवाह किये बगैर ही तत्कालीन शासकों को निकाल बाहर किया था
लेकिन एक बात तो कहनी लाज़मी है कि आज़ादी पाने के बाद आये शासकों से जो देश को हानि हुई है उसकी पुनरावर्ती रोकने के लिए एक अदद रोड मेप हो तो ज्यादा अच्छा होगा
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