Sunday, October 30, 2011

टेक्स में छूट नहीं दी इसीलिए बुलाया नहीं गया अनेक सवाल खड़े करता है [

एक तिहाई गरीब लोगों के इंडिया  के ग्रेटर नोयडा [बुद्ध इंटर्नेशनल सर्किट ] वैभव+रोमांच+स्पीड+विविधता भरी फार्मूला  I  रेस का आगाज़ २८-१०-२०११ को दो दर्ज़न स्पीड मशीनों [कार]की शूँ शूं के साथ हुआ |कहा जा रहा है की विश्व भर में भारत की आबादी से आधे दर्शकों ने सीधा प्रसारण देखा और भारत की तरक्की के गवाह बने|
        इस वैभव से भरी खबर के साथ साथ २९-१०-२०११ को सारा दिन एक विशेष चेनल पर एक और खबर[इससे जुडी हुई]की पट्टी चलाई जाती रही|इस में बताया गया की इस इंडियन ग्रेंड प्री को सबसे महंगे खेलों  में शामिल किया जाता है|मगर दुर्भाग्य वश इस पहले  खेल में भारत के स्पोर्ट्स [डायनामिक]मिनिस्टर अजय माकन को आमंत्रित ही नहीं किया गया|
      माकन ने यह कह[भाषा] कर चौंका दिया की इस रेस के आयोज़कों ने १०० करोड़ रुपयों की कर [टेक्स]छूट माँगी थी जिसे माकन ने ठुकरा दिया इसी कारण उन्हें बुलाया नहीं गया|यदि यह सत्य है तो बेहद चिंताजनक सत्य है|इससे पूर्व क्रिकेट समेत कई खेलों के  आयोजन होते रहे हैं और उनमे संतरी और मंत्री सभी को बुलाया जाता रहा है और आयोजन सफलता पूर्वक हुए भी  हैं|अब यह कहना की टेक्स में छूट नहीं दी इसीलिए बुलाया नहीं गया अनेक सवाल खड़े करता है [१]पहले के आयोजनों में आमन्त्रण कया इसलिए दिए गए की उनमे आमंत्रित मंत्री या संतरी ने कोई टेक्स में छूट दी थी |[२]रेस के आयोजकों को इसकी इजाज़त देने की कंडीशन कया थी 
[3]इस रेस से आयोजकों और भारत को कया आय हुई|
[5]उत्तर प्रदेश की मुख्य मंत्री कु.मायावती ने विजेताओं को पुरूस्कार बांटे |इसके पीछे कोई  सीक्रेट डील छुपी है कया

    कुछ भी हो अजय माकन ने बड़ी साफगोई से यह स्वीकार किया की टेक्स में छूट नहीं दी गई इसीलिए खेल में बुलाया ही नहीं गया |यह अच्छा लगा की उन्होंने  विरोधी पार्टी या आर एस एस या अन्ना हजारे पर कोई आरोप  लगा कर राजनितिक रोटियाँ सेकने की कौशिश नहीं की 

No comments: