Thursday, August 23, 2012

बर्बादी को रोकने के लिए भी तो पानी का होना जरुरी है|


हमारा शरीर  पांच तत्वों से बना है फिर भी नश्वर है \इन पांच तत्वों में शायद एक जल भी है|ये जल भी दो तत्वों[मोलेक्युल्स]से बना है |इस तत्वों के नाम हैंआक्सीजन और हाईड्रोजन|
आक्सीजन की एक मात्रा और  हाईड्रोजन  की दो मात्राएँ मिलाने पर पानी[जल] बन जाता है| आक्सीजन  जीवन  दाईनी है और ज्व्लन्त्शील  भी है | हाईड्रोजन में शक्ति है और यह विस्फोटक भी है||फिर भी ये दोनों  मिलते हैं और  पानी का निर्माण करके  हमारे जीवन और स्रष्टि  को सम्रद्धि प्रदान करते हैं||संत कविरहीम जी ने तो बहुत पहले ही मनुष्य +मोती और चूने के लिए भी पानी जरुरी बताया है
रहिमन पानी राखिये बिन पानी सब सून
पानी बिना ना ऊबरे मोती मानस चून
 पानी के इस मर्म को समझने के लिए फ़िल्मकार मनोज कुमार गोस्वामी ने अपनी फिल्म शोर में शोध किया और पाया कि पानी का अपना  खुद का रंग  नहीं होता जिसमे में भी मिला दो उसी जैसा
दीखता है|
पानी रे पानी तेरा रंग कैसा
जिसमे मिला दो लगे उस जैसा
संयुक्त राष्ट्र  को  भी अब पानी  के  महत्त्व  का पता चला है सो पानी बचाने  के लिए   एन जी ओ को  धन उलीचा जा रहा है| कहा जा रहा है कि तीसरा विश्व युद्ध पानी के लिए होगा|बताया जा रहा है कि अगर पानी नहीं  रहेगा तो
स्रष्टि नष्ट हो जायेगी|शायद इसीलिए चीन+पाकिस्तान और अब बंगलादेश भी पानी के लिए भारत की ऐसी कि तैसी करने में तुले हैं|अपने भारत में भी उत्तराखंड भी यूं  पी  का पानी  रोकने में लगा है|
 खैर ये तीसरा युद्ध जब होगा तब होगा अभी तो एक नया युद्ध ही दिखाई देने लगा है| दरअसल पानी का एक तत्व आक्सीजन ज्वलंत  शील  भी है कोयला चूंकि जलने के लिए
आक्सीजन मांगता है इसीलिए विपक्ष आज कल आक्सीजन का प्रयोग कैग के कोयले को   संसद में  जलाने में खर्च करना  चाह  रहे हैं|और हाईड्रोजन क्यूंकि शक्ति शाली है विस्फोटक है
इसीलिए यह बमों के निर्माण के लिए सुरक्षित रखा जा रहा  है|
 अब पानी बने तो कैसे बने लिहाजा पानी कि बेहद कमी होना स्वाभाविक ही है|
  लेकिनं जो पानी हमारे पास है उसे सहेजने या उसका दुरूपयोग या फिर उसकी बर्बादी रोकने के लिए भी व्यवस्थापकों में पानी का  सर्वथा अभाव दिखाई देता है तभी जगह जगह बिना टोंटियों के पानी का बहना+ निर्माणाधीन कालोनियों या भवनों में बड़े बड़े  पाईप लगा कर मजदूरों का  खुले में नहाना+कपडे धोना+गाड़ियों का धोना बेरोकटोक जारी हैं \और तो और अभी महज़ दो साल पहले जे एन एन  यूं  आर एम्  कि २७३ करोड़ रुपयों कि पेयजल यौजना के अंतर्गत बनी पानी  की विशाल  टैंकी का पानी पिछले 6  दिनों से लगातार २४ घंटे मोटी धार में लीक कर रहा है बह रहा है बर्बाद हो रहा है मगर इस बार्बादी को रोकने के लिए भी तो पानी का होना जरुरी है|सौजन्य से जमोस डाट काम

No comments: