Friday, June 3, 2011

राजनितिक दुरूपयोग पर खुल कर चर्चा करने का समय आ गया है

मेरठ से प्रकाशित  ०४ जून के जनवाणी अखबार के दसवें पेज के आख़री दो कालमो में एक खबर पड़ने को मिली इस खबर में कहीं यह भी लिखा था कि  रैपिड  एक्शन फ़ोर्स ने एक सांसद के उद्वेलित  समर्थकों पर एस डी एम् के मौखिक  लाठी चार्ज के आदेशों को मानने से इनकार कर दिया और लाठी चार्ज के लिए लिखित आदेश मांग लिए|एस डी एम् ने लिखित में  इनकार कर दिया इस पर भड़क कर आर.ए ऍफ़.ने  लाठी चार्ज को मौखिक आदेश   दे कर अपना पल्ला झाड़ने  वाले एस डी एम् कि पिटाई तक कर डाली |यह  घटना आगरा मथुरा सीमा पर हुई|इस घटना ने वर्त्तमान परिवर्तित लक्षणों को प्रदर्शित करते हुए निकट भविष्य में किसी बड़े टार्मोइल या उद्वेलन का संकेत दे  दिया है|
     रा लो द के  युवा सांसद और चौधरी चरण सिंह के पौत्र जयंत चौधरी  ०३ जून कि तपती दुपहर में मथुरा से आगरा फतेहपुरी सीकरी के जाजऊ गाँव  वालों को हमदर्दी दिखाने जा रहे थे प्रकाशित घटना क्रमानुसार आगरा मथुरा सीमा पर  आर ऐ ऍफ़ और अन्य अधिकारिओं के साथ  एस डी एम् सदर अनिल कुमार तैनात थे उन्होंने सम्भवत ऊपर से प्राप्त  आदेशानुसार बेरिकेडिंग करके सांसद को और समर्थकों के काफिले को रोक दिया |जाहिर है गरमी के मौसम में युवा सांसद और अधिकाँश युवा  ही समर्थकों का ब्लड प्रेशर भी बोइलिंग पॉइंट पर आ गया होगा नतीज़न बेरिकेडिंग हटाने और सुरक्षा कर्मियों से हाथापाई  कि नौबत आ गई|ऐसे में चलन अनुसार एस डी एम् साहेब का राजहट भी जग गया और उन्होंने आनन् फानन में लाठी चार्ज का हुकुम सुना दिया इस पर आर ऐ ऍफ़ के जवानों ने लिखित में लाठी चार्ज के आदेश मांग लिए |जुबान चला कर काम निकालने और बवाल होने पर मुकरने के आदी  प्रशाश्कों के वर्ग से सम्बन्धित  इन महाशय ने भी कलम चला कर अपनी गर्दन फ़साने की अक्लमंदी नहीं दिखाई इस पर तू तू में में हुई और राफ ने लाठी डंडों से एस डी एम् साहेब की सारी अक्लमंदी निकालदी|
      आज प्रश्न ये नहीं की कौन जा रहा था क्यूं जा रहा था कहाँ जा रहा था वरन आज सुरक्षाबलों के दुरूपयोग की बड़ती घटनाओं के विरुद्ध  बलों के उद्वेलन का है सरकारों द्वारा अपने विरोधिओं के खिलाफ व्यवस्था को बपौती के  रूप  में दुरूपयोग की घटनाएँ बड़ती जा रही हैं इन्ही लक्षणों के विरुद्ध इस घटना को एक उद्वेलन के रूप में देख कर 
आज  प्रशाश्कों और फोर्सेस का  हो रहे राजनितिक दुरूपयोग पर खुल कर चर्चा करने का समय आ गया है 

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