प्रदेश+देश की केपिट्लों में भी साख बन गई|
नेता +शिक्षाविद+ व्यापारी+खरीदार+इन्वेस्टरों की लाइन लग गई|बाजवा बंधू पर लक्ष्मी मेहरबान हो गई| कहते हैं की जब कोई सफलता की सीडिया चढ़ जाता है और लक्ष्मी किसी पर मेहरबान होती है तो उसकाउसका विवेक अनेक परीक्षाओं सेगुजरता है ऐसे में विवेक कॉ डावांडोल होना स्वभाविक ही होता है ऐसा ही जितेन्द्र+भूपेन्द्र बाजवा के साथ भी हुआ ये महत्वकांक्षी बंधू भी इसका अपवाद नहीं बन सके||
| नेताओं कॉ आशीर्वाद+मीडिया में पकड़+इन्वेस्टरों कॉ भरोसा पा कर भ्रष्टाचार के दल दल में धसने लग गए|कुछ समय पहले इन पर फर्जी आदेशों पर सुरक्षा गार्ड हासिल करने के आरोप लगे | एक मंदिर विवाद में भी इन्होने अपने अहम् का प्रदर्शन किया| मीडिया ने ओपचारिकता वश छापा | सरकार+प्रशाशन के बलबूते वह आज ठन्डे बसते में हैं|जाहिर है की होंसलों की और आफजाई हुई|इनके व्यवहार + व्यापार कॉ रंग बदलने लगा नतीज़तन आय कर का छापा पडा |
ऐसा नहीं है की मेरठ में केवल येही एक ग्रुप इस दलदल में है अनेकों छोटे बड़े बिल्डर+प्रोमोटर्स भी इसी राह पर है अपने इन्वेस्टरों के गिरोहों के बलबूते सर्कल रेट्स से चार गुना दाम पर जमीन बेच कर साधू बने हुए हैं |या तो ये लोग लो प्रोफाइल है या लोकल होने से लाभ में हैं| हाई प्रोफाइल होने के कारण बाजवा बंधू चपेट में हैं|
अभी भी मीडिया और सरकारी अमले कॉ एक ग्रुप महज़ ओपचारिकता ही निभा रहा है|इधर उधर से कहा जा रहा है की इनकम टेक्स वालों ने जो कागजात+कम्पूटर कब्जाए हैं उससे अनेक चोंकाने वाले परिणाम निकलने की संभावना है|सफ़ेद पोश बेनकाब होंगे|मेरठ में आय कर के छापों कॉ इतिहास और उनसे प्राप्त अनुभव इसके विपरीत सोचने को मजबूर करता है |
3 comments:
जो रातो रात अमीर बनते है युही नही बनते... देश के आधे से ज्यादा अमीर इसी तरह से अमीर बनते है
YES TRUE
it may happen that after sometime the case will go into cool bag due to all the points covered by you like media, politics, corruption, etc.
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