विश्व बाल श्रम मुक्ति दिवस पर बाल श्रमिकों के लिए स्कूल्स खोलने की केंद्र सरकार ने[ रास्ट्रीयबालश्रमपरियोजना] आज घोषणा की है
मेरठ में भी ऐसे ५० स्कूल्स खोले जायेंगे यह स्वागत योग्य है दुर्भाग्य से १६ जोखिम व्यवसायों और ६५ जोखिम भरी प्रक्रियाओं में बाल श्रम प्रतिबंधित है इसके बावजूद भी अधिकाँश में
बालक श्रम करते दीखते हैं अभी तक अब चूंकि प्रारम्भिक शिक्षा पर ०१_०४_२०१० से हर बच्चे का हक़ स्वीकार कर लिया गया है मगर इसे देने में सरकारें अभी भी[१२_०६_२०१०] खर्चे में ७५%और २५%के बटवारे को ही तय नहीं कर पाई हैं अभी भी बाल श्रमिकों की संख्या ,लोकेशन ,उनकी समस्याओं के साथ साथ उनके आश्रितों [
जी हाँ बालकों पर आश्रित ]को ही चिन्हित नहीं कर पाई हैं सो इस हक़ को देने के लिए सरकारों को भी आगे आना होगा झाल्लेविचारानुसार अब समय आया गया है जब वंचितों को उनका हक़ महज़ कागजों पर देने के साथ साथ वास्तविक रूप से भी देने को आगे आना होगा घोषित उद्देश्य की प्राप्ति के लिए अब स्कूलों[विशेष]कोवंचितों को चिन्हित करके उनतक पहुँच कर उन्हें उनका हक़ देना होगा
रिपीट समय आया गया है जब वंचितों को उनका हक़ महज़ कागजों पर देने के साथ साथ वास्तविक रूप से भी देने को आगे आना होगा घोषित उद्देश्य की प्राप्ति के लिए अब स्कूलों[विशेष]कोवंचितों को चिन्हित करके उनतक पहुँच कर उन्हें उनका हक़ देना होगा
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