इसमें अब तक आठ निर्दोषों के मारे जाने की पुष्ठी हो चुकी है
घायलों की संख्या दहाई तक पहुँच गई है
इस वीभत्स काण्ड को आरोप प्रत्यारोप का केंद्र ना बनाते हुए यह कहना उपयुक्त ही होगा की केंद्र और राज्य के चौकसी के सभी दावे ध्वस्त हो गए हैं
और महाराष्ट्र में मुख्य विपक्ष शिव सेना और मनसे की तोड़ फोड़ की राजनीति से सुरक्षा बलों का ध्यान बंटता है
इसीलिए समय आ गया है की निजी स्वार्थ सिद्धि को छोड़ कर राष्ट्र हित में कंधे से कंधा मिलाना होगा क्योंकि इतिहास बताता हे की हमारी आपसी फूट के बल पर ही विदेशिओं ने हमारा शोषण किया है
5 comments:
महाराष्ट्र में मुख्य विपक्ष शिव सेना और मनसे की तोड़ फोड़ की राजनीति से सुरक्षा बलों का ध्यान बंटता है...
....सच कहा, इसी मौके का फ़ायदा उठा कर आतंकवादी घटनाएं हो जाती हैं !!!
जब नेता उल जलूल बाते करते है, अपनी सुरक्षा पर ज्याद ध्यान देते है तो ऎसी ही होता है, ओर यह तत्व मोके का लाभ ऊठा लेते है
It is all Ram Bharose
बिलकुल सही कहा आपने
लोग सिर्फ राजनेतिक रोटियां सेंक रहे
है देश के बारे में सोचने में
इनके पास टाइम ही नहीं है
आभार ...........
no one has time to think about India.
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