अगर हुकुमरानों के १९ घंटा बिजली देने के दावे पर यकीन कर भी लिया जाए तो प्रशन उठता है की जब यहाँ मात्र ३ घंटे बिजली मिलती है तो शेष १६ घंटे की बिजली जाती कहाँ हैहुकुमरानों की दलील है की यह लाइन लॉस के कारण है इसे रोकने के लिए बिजली वितरण का निजी करण जरूरी हैइससे सुधार तो कया उल्टे बिजली कर्मियों ने भी झटके मारने शुरू कर दिए है
बिजली कर्मियों की माने तो सारा गोरख धंधा अधिकारियों का हैवैसे अधिकारी गण अपने दायित्व से बचने केसाफ़ प्रयतन करते नज़र आते हैं इस कथन के समर्थन में कहा जा सकता हे कि
[१]बिजली के उत्पादन की गति को बढाने के कोई परिणाम दायक कार्य दिखाई नहीं देते
[२]बिजली प्रवाह में रूकावट आने पर उसे ठीक करने के लिए जब लाइन मेनखंभे पर चड़ता हे तो मिस मेनेज मेंट के कारण बेचारा खंभे पर ही लटका रह जाता है
[३]वोट बैंक के तुस्टी करण के चलते बिजली चोरी को रोकने के परिणाम दायक कदम नही उठाय गए हैं
[४]इसके फलस्वरूप बिजली लगातार महँगी हो रही है
[५]अखबारों में मंहगे विग्ह्यापन छपवाए जाते हे इनमे व्यावसायिक नज़रिए से शिकायतें माँगी जाती हे मगर बिजली की अघोषित कटौती या चोरी के विषय में कुछ नही कहा जाता
[6 ]मिस मेनेज मेंट का आलम यह है की में जब सुबह की सैर करके लौटता हूँ तो छावनी परिषद् के माल रोड पर लगे लैंप पोस्ट जले होते हैसूरज देवता सर से थोडा नीचे चमक रहा होता है और सड़क के किनारों पर लगे मरकरी लैंप अपनी धुधिया रोशनी से सूरज देवता से प्रतियोगिता करते नज़र आते हैं
7 comments:
aajkal faridabad may be bijli ka bura hal hai
rat ko nind puri nahi hoti hai
pani bhi nahi aata hai
RTI ka istamal hona chaiya
I wish I had the answer.
Bijli jaati kahan hai.?
Paani milta kun nahin?
Sarak banti kun nahin?
Mahangai kaboo main kun nahin aati?
there is no production of electricity .
आपकी टिपण्णी के लिए बहुत बहुत शुक्रिया!
आपने बिल्कुल सही फ़रमाया है! बिजली की समस्या तो बढती ही जा रही है जिसके वजह से सभी को भुगतना पर रहा है! उम्मीद करती हूँ जल्द से जल्द इसका हल निकलेगा!
bijali jati hai wahan jahan sarkar or afsar is desh kee takdeer likhane ka natak karte hain. narayan narayan
बिजली चोरी रोकने के लिए मध्य प्रदेश से सीख (?) लेनी चाहिए. यहाँ बिजली कंपनी बिजली चोरों को अनदेखा कर उनके पडौस में रहने वाले ईमानदार उपभोक्ताओं को भी बिजली कटौती झेलने को बाध्य कर देती है.
yahi to problem hai..ek din saari resposibility khatm ho jayegi..aur ham dekhte hi rah jaayenge..
Post a Comment