Friday, April 10, 2009

चुनावी आहट से पंजाबी सगठन चौंक कर उठा,ठोकर खाई

पंजाबी सगठन की लोकल इकाई ने १०\४\२००९ की रात्री ८ बजे एक विचार गोष्ठी की \ इसमे हमेशा की तरह पंजाबी समाज को अपने साथ दिखाने और चुनावी लाभ के लिए शक्ति प्रदर्शन के लिए ही विचार व्यक्त किए गए\चुनावी आचार संहिता,दूसरे दलों के नेताओं के आ जाने और सैफी समाज के विरोध के चलते सम्मलेन मैं गोष्ठी कम और खाना पीना ही छाया रहा\





छावनी के एस .जी .एम् गार्डनमैं आयोजित इस विचार गोष्ठी को दो भागों मैं बांटा जा सकता है\सफल या नहीं \अछा हुआ या बुरा\ पंजाबी संगठन बीते विधान सभा के लिए हुए चुनावों के नतीजों के तत्काल पश्चात् से ही सुप्त अवस्था मैं आ गयी थीअब संसद के चुनावों की आहट से चोंक गयी हैइसके अलावा जो अछा हुआ उसे इस प्राकार कहा जा सकता है





[१] छेत्र मैं दूसरे कार्यक्रम होने के बावजूद भी यहाँ हजारों की संख्या मैं परिवार आएये विभिन्न वर्गों से थे





[२]पंजाबी संगठन तथा दूसरे पंजाबी नेताओं की समाज के प्रति निष्क्रियता के बावजूद हुम हुमा कर लघभग सभी वर्ग और छेत्रों से लोग आए





[३]सैफी समाज और पोलिस के जबरदस्त विरोध के बावजूद समारोह हुआ





[४]अन्तिम यात्रा वाहन समाज को समर्पित करने की बात कही गयी





[५] ५०० युवाओं का उड़न दस्ता बनाने का आश्वाशन दिया गया





[6] 3 saal pehle विक्टोरिया पार्क मैं हुए अग्नि काण्ड मैं मारे गए लोगों की आत्मा के७मौन रखा गया




[७ बी.जे.पी.,बी.एस.पी.,कांग्रेस,आर.आर.एस.आदि राजनेतिक दलों से सम्बंधित पंजाबी मंचासीन थेजो नहीं होना चाहिए था उस पर भी नज़र डालना जरूरी हैसबसे पहले तो बी.जे.पी.,बी.एस.पी.आर.आर.एस.के पंजाबियों को भाषण की अनुमति नहीं दी गयी

[1]कार्यक्रम ८ बजे शुरू किया जाना था मगर ९बजे के बाद ही शुरू किया गया\आचार संहिता के डंडे के वजह से १० बजे बंद करने की घोषणा कर दी गयी

[२]विशाल मंच के पीछे लगे बैनर पर लिखे पंजाबी शब्द को अखबारों से छुपा दिया गया

[3]मुख्यवक्ता के रूप मैं सी.सी.एस .विश्व्विध्याल्या के शिक्षा विद डाक्टर तनेजा ने अपने संबोधन मैं मेधावी छात्रों को छात्रवृति दे कर समाज की सेवा करने का आह्वान कियाइस पर चर्चा करना तो दूर मंच संचालक ने अंतिम यात्रा वाहन और युवा उड़न दस्ता को तरजीह दी और आनन् फ्हानन मैं इसके लिए संगठन के प्रादेशिक अध्यक्ष की तरफ से ३१ हज़ार अनाउंस कर दिए गए मंचासीन दुसरे धनाड्यों मैं कोई जुम्बिश नहीं हुई

[४]बी.जे.पी.,बी.एस.पी.और आर.आर.एस.के पंजाबियों को बोलने का अवसर नहीं दिया गया

[५]इससे पूर्व सैफी समाज के इसी प्रकार के आयोजन पर रोक लगाईं गयी थी इसके बावजूद भी पंजाबी संगठन ने यह आयोजन कर डाला

अब प्रशन यह उठता है की लाखों खर्च करके यह फ्लाप शो करने की जरूरत ही कया थीतीन बार एम्.एल.ऐ.के चुनाव हार चुके कांग्रेस से सम्बंधित रमेश धींगरा ने अपने अध्यक्षीय भाषण मैं इसे क्लीअर भी कर दिया

एम्.पी.के चुनावों के मद्दे नज़र पंजाबी समाज की एकता का प्रदर्शन करना थाइसी मुद्दे पर चर्चा की जानी थीमगर आचार संहिता के वजह से इस उदेश्य कीप्राप्ति मैं असफलता को उन्होंने स्वीकार भी किया

झाल्लेविचारानुसार सभी राजनेतिक दलों ने किसी भी पंजाबी पर चुनावी रिस्क लेना मुनासिब नहीं समझा अब ये सभी कथित नेता अपने अपने दलों के प्रतियाशियों के समर्थन मैं या अपनी पार्टी मैं अपने नंबर बनाने के लिए शक्ती प्रदर्शन करना चाहते हैं इसी लिए बी.एस.पी.के पंजाबी अब १६४२००९ को वैशाखी के उत्सव मैं एक्त्त्रित करने का अनाउन्समेंट कर रहे हैं

लेकिन ये पब्लिक है ये सब जानती है इन नेताओं की सोच,समझ,चालाकी,या समझदारी कितनी काम आयेगी ये देखेंगे चुनावों के नतीजों मैं हम लोग

1 comment:

Urmi said...

पहले तो मै आपका तहे दिल से शुक्रियादा करना चाहती हू कि आपको मेरी शायरी पसन्द आयी ! मुझे आपकी शायरी बहुत पसन्द आयी !
मै औसट्रेलिया मे ज़रूर रहती हू पर मै पली बडी हू झाडखन्ड जमशेदपुर मे और मै हिन्दी शायरी और कविता लिखने मे बहुत दिलचस्पी रखती हू !
बहुत बढिया!! इसी तरह से लिखते रहिए !