Tuesday, November 4, 2008

झल्ली कलम से ४ नवम्बर 2008

एक कांग्रेसी ओये झाल्लेया देखा हसाडे सोणे प्रधान मंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने कुशल किंग की भाँती बैंको के कर्ज के ब्याज की दर को घटा कर जहाँ एक ओर प्यारी जनता को राहत दी हे वहीं खूनी पंजे फेलाए मंदी सुर को भी बोत्तल में बंद कर लिया हे अब तो भारत के साथ साथ विकसित देशों की हालत सुधर जायेगी

झल्ला साहब जी बुजुर्गों ने सदियों पहले ही कह दिया था की माया पर कुंडली मार कर बैठने के बजाये माया को दोनों हातोंसे उलीचना ही हितकर होता हे ओर झल्ले विचार के अनुसार अपनी माया को अपने ही लोगों पर, अपने ही लोगों के लिए उलीचा जाए तो राजनितिक लाभ भी होता हे उलीची गई माया यदि विदेशों की दिशा में बह निकली तो समझो हो गई राम राम

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