Thursday, October 16, 2008

२७वे करवा चौथ में भी लगना हे पहली जेसी

१७ओक्तुबर को मेरी शादी को २७ साल हो चुके हें ,आज २७वी बार सुबह ५बजे के इस्थान पर ४बजे उठा तो ५१साल की पत्नी का मुख दिखलाई दिया पत्नी के सर से सफेदी (कुत्छ ही बालों पर )गायब थी और सभी बाल काले ,होटों पर मुस्कान ,गालों पर उभरन और आखों में फिर वोही शरारत थी/इसी समयछोटे बेटे की आँख भी खुल गई /उधर से चाय की मांग हुई इधर ध्यान भंग हो गया/पत्नी के साथ थोरी सी सरगी खा कर में अपनी मोर्निंग वाक् पर निकल लिया/अपने घर से माल रोड तक आते आते शायद ५बज़ गए रस्ते में हल्का कोहरा आने वाले मौसम की आहट सुना रहा था /माल रोड पर कुछही जोरे थे महिलाएं शायद पूजा करके आई थी/ ऊपर आकाश में चाँद अपने पूरे यौवन पर था /किसी थाल में भी नहीं समा सकता था अलसुबह एईसी रोशनी प्रदान कर रहा था मानो सूरज से कोम्पि टी शान में होइस पर भी किसी की उस पर नज़र नहीं थी सभी आपस में ही सियासत पर चर्चा करने में वयस्त थे चाँद की इस रौशनी में माल रोड के एक छोर पर सिविल और दूसरे पर सेना पुलिस की जीपें गश्त लगा रहीं थी पहली बार इतनी सुबह गश्त देख कर इस झल्ले मन में ये विचार आए/

[१] करवा चौथ की सुबह महिलाओं की सुरक्षा के लिए यह बंदोबस्त किया गया होगा/

[२]महिलाओं की कमी को देखते हुए फिर यह ख़याल आया की आज चाँद का दिन और रात हे शायद उसकी रखवाली के लिए पुलिस चाकचोबंद हे/

[३]आतंकवादियों की धमकी तो नहीं मिल गई / इतने में सामने से कुछ अधेढ़ आते धिखाई दिए यह लोग आपस में मज़ाक कर रहे थे एक दूसरे से कह रहे थेकी यह व्यवस्था गवर्नर साब की सुरक्षा में हे
[४]सुबह सबेरे टूशन जाते बच्चों के लिए हेसुहावने मौसम में हलकी ठंडक के अहसास से चल रही हलकी हलकी हवा में सभी फर्राटा भरते जा रहे थे यह अलग बात थी की सभी सिकुरे सिकुरे से थे

2 comments:

निर्मल गुप्त said...

theek thaak likh rahay ho.kuch typing par bhi dhayan do.spelling mistakes ki bharmaar jayka kharab karta hai.anyways nice concept pl keep it up.nirmal

Anonymous said...

bahut accha likha hai aapne
thoda sa hindi ke typing sudhar ki zarurat hai.
hamare blog pe bhi apne darshan dijiye

www.gyandotcom.wordpress.com

rohit sharma