Friday, October 24, 2008

खुखरानो का मेरठ में महा सम्मलेन १८ ओक्टुबर 2008

khukhraanworld brother की मेरठ इकाई ने १८ओक्तोबेर २००८ को मेरठ में महा सम्मलेन किया इसमे खुखरान प्रतिभाओं के साथ साथ बुजुर्ग खुखरानोको सम्मानित किया गया इसमे तीन गैर खुखरानो को भी सम्मानित किया गया इनमे एक में यानि झल्ला भी था दो गैर खुखरान तो धन्ना सेठ,नेता थे मगर मुझे शायद मेरी झल्लतोन के लिए चुना गया था जीवन के सातवें दशक कीऔर कदम बडाहने वाले धरम वीर आनंद की युवाओं वाली सुफुर्ती मेरे लिए हमेशा ही प्रेरणा का स्रोत रही हे आज भी उन्हें देख कर में भी एक्टिव था धरम जी ने अपने से भी बुजुर्ग खुखरानो को मंच पर बुलाया इनमे से एक कमर पर सेफ्टी बेल्ट और एक अन्य अपने हाथ में सोटी लिए थे बेशक इनके जिस्म अब इनका साथ देने में पिछढ़ रहे थे मगर जीवन के इस मोढ़ पर अपनों के द्वारा सम्मान पा कर इनसभी के चहेरों पर रौनक और आखों में गजब की चमक थी क्योंकि यह सम्मान उन्होंने एक दिन में या इसे खरीद कर नहीं लिया बल्कि आज़ादी के बाद जीवन में समय के थापेरों का सामना करते हुए आज सम्मानजनक पोशीशन हासिल की हे इस महा सम्मलेन में एक ही मंच पर तीन तीन पीरहियाँ {गेनेरेसन } थी दो पीरहियाँ रुपी इमारतें अपने बुजुर्गों के रूप में अपनी नींव को सम्मानित कर के फूले नहीं समा रहे थे सम्मान प्रक्रिया में बुजुर्गों के चरण छू कर आशीर्वाद लेने के द्रश्य देख कर यह जरूर कहना हे की खुखरानो की संस्कृति और साहित्य को बुजुर्गों ने संभाल कर अपनी अगली पीरहियों तक पहुंचाया इस महासम्मेलन में सूर्या वंशी राजा पोरस का स्मरण और नमन भी किया गया धरम वीर आनंद ने अपनी चिर परिचित आवाज़ और शेली में अपने पूर्वज राजा पोरस के विषय में बताया तो सुनने वालों में स्वाभाविक रूप से वीर रस का संचार हुआ उन्होंने बताया की
{१}राजा पोरस कभी भी सिकंदर से हारे नहीं थे
{२}विश्व विजेता सिकंदर के साथ राजा पोरस ने सम्मानपूर्वक संधि की थी
{३}इसी लिए भारतीय इतिहास को बदला जाना जरूरी बताया गयाझल्ले विचार इसकी के अनुसार इस सुब्जेक्ट पर रिसर्च कराकर भारत में विवाद फेलने से पहले ही उसका समाधान के लिए प्रयास कर लेना चाहिए
{४}इस समय के प्रधान मंत्री डॉक्टर मन मोहन सिंह भी इसी खुखरान बिरादरी के हे और आंच पी एम् के दामन तक जरूर पहुचेगी
{5}गजनवी जाना जाना जरूरीहे थे राज को इतिहास में शामिल किया jaanaa jaroori he महा सम्मलेन में सभी आयोजक झल्ले के परिचित हे ,बुजुर्ग हें ,रिश्ते दार हें और अज़ीज़ हें सभी बधाई पात्र हें , raaj कोहली ,मन मोहन आनंद , तरुण साहनी , कुलवंत राय आनंद , सोमनाथ घई ,राज कुमार भसीन विशेष सक्रिय the

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