Sunday, December 21, 2008

फौजी करवट को समझो झल्ली कलम से

एक आम भारतीय
ओये झ्ल्लेया ये कया हो रहा है परहोसी पाक के नापाक आतंकवादी गुटों को सबक सिखाने के लिए भारतीय फौज को एलर्ट करके बेचारे फौजियों की छुटियाँ भी रद्द कर दी गयी हैं ऐसा लग रहा है की अब हसाडे सोणे प्रधान मंत्री के जिस्म मैं स्वर्गीया इंदिरा जी की आतम सम्मान के लिए मर मिटने वाली आत्मा आ गई है अब अगर पाक ने अपने नापाकों पर काबू नहीं किया तो युद्ध हुआ ही समझो
झल्ला
ठण्ड रखो जी ठण्ड रखो जी कहते कहते हसाडा मुल्क ही ठंडा हो चला था यदि पाक और उसके गोड फादरों ने भारत की इस करवट को नहीं समझा तो १९७१ की ज़ंग की पुनरावर्ती हुई समझो झ्ल्लेविचारानुसार भारतीय फौज को मोरल सपोर्ट के लिए देश के अन्दर भी ज़ंग खा रहे आंतरिक सुरक्षा के सभी तंत्रों को तेल देकर उनके नट पेंच कसने होंगे इसके लिए अगर जरूरी हो तो सिविलियनों की भी छुटियाँ रद्द करने के विकल्प खुले रखने होंगे

1 comment:

राज भाटिय़ा said...

ठण्ड रखो जी ठण्ड रखो जी साडे मनमोहन जी भी ठण्डे है, ओना दी कुज चलदी ही नयी ओते मेडम ने बिठाया है उस कुर्सी ते मेड्म मेडम करनगे.